वैरी गुड morning .....
कभी कभी सुबह की पहली किरण हमारे घर के दरवाजे की घंटी बजाकर हमारे हाथ में कुछ तोहफे दे जाती हैं ...
सुंदर ..सलोने चमकदार कागज़ के एक लिफाफे में बंद होती हैं हमारी जिंदगी की सबसे बड़ी चाहत ...हमारी खुशियाँ ..
लिफाफा खोलते ही स्वर्णिम किरणों सी हमारी हथेलियों में समां जाती हैं और कहती हैं ..जिंदगी बड़ी खुबसूरत हैं ...बड़ी अनोखी ..
खुशियाँ...जिन्हें हम ढूंढते रहते हैं ताउम्र रिश्तों में ,नातों में ,मान - सन्मानों में ,कभी छोटी बड़ी चीजों में ,कभी गीत संगीत में ...
किसी दिन वहीँ खुशियाँ हमें कानों में आकर कहती हैं ...आँख पर लगी पट्टी खोलो और यह छुपम छुपाई का खेल बंद करो ...हम तुम्हारे साथ हैं ,तुम्हारे पास ..
मन पर लगी दुःख की ,कुछ पाने की बंदिशें तोड़ ,कभी किसी सुबह कोई गीत युहीं गुनगुना लो ...किसी को देख बस मुस्कुरालो .किसी के आँखों का आंसू मोती बना अपनी मुट्ठी में छुपा लो ...खिलखिला कर हमारी संजीवनी हमें लौटा दो...
कारणों और वजहों से बने मोटे मोटे सुनहले पर्दों में हम नही छुपा करती ..हम तो नजरो के सामने ,जीवन के साथ साथ दौड़ा करती हैं ...
सच खुशियों की कोई वजह नही होती .....
लेकिन जीने की वजह होती हैं ...
भगवान करे आने वाली हर सुबह हम सबको ढेर सारी खुशियाँ दे ...
ख़ुशीयां ..
खुशियाँ जो बिना किसी वजह के कारण के बिन मोल पाई जा सकती हैं दी जा सकती हैं ..
भगवान करे आने वाली हर सुबह हम सबको ढेर सारी खुशियाँ दे ...
सुबह की हल्की सी धुप में एक आशा की किरण हो,
हो जिससे रोशन हर जीवन ऐसी कोई लगन हो ,
मुस्कुराता गुनगुनाता खिलखिलाता सा मन हो ,
निखरी निखरी सी जिंदगी,सुरभित ह्रदय सुमन हो ..
..
सबके जीवन में आसभरी सुबह आयें..
ReplyDeleteमुसुकुरता खिलखिलाता सा मन हो
ReplyDeleteनिखरी-निखरी सी ज़िंदगी सुरभित ह्रदय सुमन हो !!
वाह बहुत खुबू लिखा है आपने!!! आपकी ज़िंदगी भी सदा यूँ ही खुशियों की किरण पाकर गाती गुनगुनाती रहे शुभकामनायें :)
समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका सवागत है http://mhare-anubhav.blogspot.com/
bahut sundar bhav ko prakat kiya hai aapne .aabhar
ReplyDeleteRADHIKA JI- YOUR BLOG IS VERY GOOD .I HAVE GIVEN YOUR BLOG'S INTRODUCTION ON YE BLOG ACHCHHA LAGA please visit and share your views with us .
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