कहते हैं बेटी माँ की परछाई होती हैं ,वो मेरी परछाई नही ,एक दैवीय ज्योति हैं,जो जीवन को प्रकाशित करती हैं मेरा ही चेहरा,मेरी शक्ति,शांति,संगती ,गीति,आरोही ....
Friday, October 24, 2008
तमसो मा ज्योतिर्गमय(शुभ दीपावली )
दीपावली : दीपो का त्यौहार ,ऐश्वर्य का त्यौहार ,अनगिनत खुशियों का त्यौहार ,एक दुसरे से मिलने के अवसर का त्यौहार ,मिठाइयों का त्यौहार , पटाखों का त्यौहार , उजाले का त्यौहार । बच्चो से लेकर वृद्धो तक सभी को इस त्यौहार का इंतजार होता हैं ,इंतजार करते करते इस साल भी दिवाली आ ही गई । हम सभी ने अपनी अपनी तरह से दिवाली को आनंदमय बनाने के लिए कई सारी तैयारिया की हैं ,कोई घर द्वार सजा रहा हैं ,कोई नया सामान ला रहा हैं ,कोई पकवान बना रहा हैं ,कोई अपने रिश्तेदारों के यहाँ जा रहा हैं ,तो कोई घर पर ही मेहमानों का इंतजार कर रहा हैं .
आप सभी को दीपावली की शुभकामनाये , दीपावली सभी के घर में आस्था ,आनंद और प्रेम का प्रकाश लाये ,अमावस की दीपावली इस बार अनंत आकाश को चंद्र , तारांगणो से सजा जाए ,हर दुखी ह्रदय का दुःख मिट जाए ,वृक्ष वल्लियो से पुनः भारतीय धरा हरी भरी हो जाए , भूखो, अनाथो को नाथ और भोजन मिल जाए , जैसे दीपो का प्रकाश शांत सुंदर होता हैं वैसे ही मानव मन में असंख्य भक्ति ,करुणा ,मानवीयता और शांति के दीप जल जाए । जो जीवन के कठिन और अंधेरे रास्तो पर चल रहे हैं उनके रास्ते सरल और प्रकाशमय हो जाए ,जो वृद्ध बीमारीयों से पीड़ित, दुखी हैं ,वे उन पर विजय पा सुखी हो जाए ,जो इस जीवन में कलाओ से वंचित हैं उन पर माँ शारदा कृपा करके कलाए बरसाए ,जो माँ लक्ष्मी की कृपा से वंचित हैं उन्हें सुख ,समृद्धि ,सम्पत्ति मिल जाए ,स्वर आराधना करने वाले संगीत की उँचाइयो को पा जाए । अध्ययन करने वाले ज्ञान के दीप जलाये । शुभ दीपावली और यही प्रार्थना :असतो मा सद्गमय तमसो मा ज्योतिर्गमय मृत्योर् मा अमृतं गमय ॐ शांति शांति शांति
पिछली कुछ पोस्टस पर श्री कुश जी ,श्री मार्कंड जी,श्री सुशील कुमार छोक्कर जी ,श्री मनुज मेहता जी ,श्री सुनील .आर .कर्मले जी ,श्री राज भाटिया जी ,श्री शिव कुमार मिश्रा जी ,श्री संजय जुम्नानी जी ,श्री प.एन.सुब्रम्ह्न्यम जी ,श्री दीपक बहरे जी,सुश्री रंजना जी ,सुश्री शोभा जी ,श्री निशु जी,श्री नीरज रोहिला जी ,श्री समीर जी ,सुश्री लावण्या जी ,श्री नीरज गोस्वामी जी ,श्री मीत जी ,सुश्री मनविंदर जी ,श्री सुमन सौरभ जी ,श्री मंथन जी ,श्री ब्रजमोहन श्रीवास्तव जी ,सुश्री आशा जोगलेकर जी ,सुश्री घुघती बासूती जी ,श्री मोहन वशिष्ठ जी ,श्री अशोक प्रियरंजन जी,श्री श्यामल सुमन जी ,श्री श्रीकांत पराशर जी,सुश्री ऋचा जी ,श्री दिनेश राय द्विवेदी जी ,डॉक्टर अनुराग जी आदि सभी की टिप्पणिया मिली। आप सभी से मेरे लेखन के लिए अच्छी टिप्पणिया पाकर जो प्रोत्साहन मिलता हैं उस कारण ही लिख पा रही हूँ ,आप सभी को बहुत बहुत धन्यवाद ।
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असतो मा सद्गमय तमसो मा ज्योतिर्गमय मृत्योर् मा अमृतं गमय ॐ शांति शांति शांति
ReplyDelete__________
आपकी प्रार्थना स्वीकार्य हो,सुफल हो.
ईश्वर आपकी समस्त मनोकामना पूर्ण करें और आपसा ह्रदय सबको दें.
आपको सपरिवार दीपावली की मंगलकामना.
आपको एवं आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक मंगलकामनाऐं.
ReplyDeleteअसतो मा सद्गमय तमसो मा ज्योतिर्गमय मृत्योर् मा अमृतं गमय ॐ शांति शांति शांति
ReplyDeleteदीपक जला मेरे घर में तेरे घर में उजाला कर अंधकार दूर कर गया
उसे क्या मिला वो तो जल गया
लेकिन नाम इस जग में अपना वो कर गया
आपको एवं आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक मंगलकामनाऐं.
ReplyDeleteआपको और आपके परिवार को भी दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएं।
ReplyDeleteआपको , आपके इष्ट मित्रों और समस्त देशवासियों के सुखी और सम्रद्ध जीवन की मंगल कामना के साथ दिवाली की हार्दिक बधाई और ढेरों शुभकामनाएं .
ReplyDeleteदीपावली की शुभकामनायें !
ReplyDeleteबहुत सुँदर
ReplyDeleteदीपावली सँदेश लिये
पोस्ट पसँद आई :)
स्नेह सहित -
- लावण्या
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteरािधका जी,
ReplyDeleteदीपावली प्रकाश अथाॆत् ग्यान का पवॆ है । यह पवॆ आपको ग्यान, संपदा और खुिशयों से समृ्द्ध करे, यही मंगलकामना है । दीपावली पर आपने बहुत अच्छा िलखा है ।
http://www.ashokvichar.blogspot.com
दीपावली की शुभकामनायें .
ReplyDeleteआपको भी दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteआपको भी सपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभकामनाऍं
ReplyDeleteरंग-बिरंगे दीप जले हैं, दीवाली की रात में।
अंधियारे पर हुई चढ़ाई, दीवाली की रात में।
अम्बर के जितने थे तारे
उतर पड़े धरती पर सारे।
जगमग करते तम को हरते
कभी नहीं हैं हिम्मत हारे।
खिलखिला रही फुलझड़ियाँ, मिलकर सबके साथ में।
रंग-बिरंगे दीप जले हैं, दीवाली की रात में।
रािधका जी,
ReplyDeleteदीपावली पर मैने एक किवता िलखी है । समय हो तो आप पढें और प्रितिक्रया भी दें-
http://www.ashokvichar.blogspot.com
शुभकामना का एक दीप
ReplyDeleteहमारी तरफ़ से !
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डॉ.चन्द्रकुमार जैन
वाह राधिका, तुम भी ब्लॉगरों में शामिल हो गई। बधाई। दीवाली की भी। आरोही की ही तरह खुशनुमा रहे तुम्हारा यह ब्लॉग ङ मेरे आशीष। अपने संगीतमय जीवन के अनुभव लिखती चलो।
ReplyDeleteकमलकांत बुधकर
sabhi ko diwali ki hardik shubha kamnaye.... jalao diye par rahe dhyan etana andhera dhara par kahi rah na jaye.....
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